रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: रायबरेली में लोकसभा सीट पर हमेशा ही कांग्रेस का दबदबा रहा है। इस वीआईपी जिले की सीट पर 17 बार कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की है। जिसमें से कांग्रेस (आई) ने दो बार जीत दर्ज की है। भारतीय जनता पार्टी के अशोक सिंह ने 2 बार जीत दर्ज की है। 1 बार जनता पार्टी के राज नारायण ने जीत दर्ज की है। लेकिन समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को इस सीट पर विजय नही मिली। वर्तमान में कांग्रेस पार्टी की सांसद कांग्रेस की सोनिया गांधी इस सीट पर बनी हुई है। लेकिन अचानक सोनिया गांधी ने राज्यसभा जाने का अपना फैसला तय करके रायबरेली की सीट पर एक सस्पेंस खड़ा कर दिया है।
आपको बता दें कि, रायबरेली लोकसभा सीट के लिए लगातार मीडिया में अलग-अलग तरह की खबरें पढ़ी और चैनल पर देखी जा रही हैं और रायबरेली में नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, इसके बावजूद अभी तक कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।
सूत्रों की माने तो इस बार लोकसभा 2024 के चुनाव में कांग्रेस- प्रत्याशी की घोषणा न करके सीधे नामांकन करने पहुंचेगी। इस बात की लोगों तक सूचना जाएगी कि, कौन यहां से चुनाव लड़ेगा, प्रियंका गांधी या राहुल गांधी। अभी तक कांग्रेस में राहुल गांधी की भी चर्चा रायबरेली से चल रही है, क्योंकि लोगों का मानना है कि, अगर प्रियंका गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगी तो स्मृति ईरानी को कड़ी टक्कर कांग्रेस की प्रत्याशी प्रियंका गांधी दे सकती हैं। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी को तय करना है कि, किसको किस जिले से प्रत्याशी घोषित करती हैं और कौन चुनाव किसके सामने कौन लड़ेगा।
भारतीय जनता पार्टी ने भी रायबरेली में अपने प्रत्याशी की घोषणा अभी तक नहीं किया है। दिल्ली से लेकर रायबरेली अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि, कोई बाहर से चुनाव लड़ने आएगा या फिर जिले का ही कोई प्रत्याशी घोषित किया जाएगा। इस विषय पर पार्टी चुप है लेकिन जल्द ही इसकी घोषणा होने की संभावना है।
2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है इसको लेकर देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं भारतीय जनता पार्टी भी इस कयास में लग रही है कि, पहले कांग्रेस अपना पत्ता खोले इसके बाद भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा करेगी।
रायबरेली लोकसभा सीटः कौन कब जीता:
⭕ 1957ः बैजनाथ कुरील, कांग्रेस।
⭕ 1957ः फिरोज गांधी, कांग्रेस।
⭕ 1960ः आर पी सिंह, कांग्रेस।
⭕ 1962ः बैजनाथ कुरील, कांग्रेस।
⭕ 1967ः इंदिरा गांधी, कांग्रेस।
⭕ 1971ः इंदिरा गांधी, कांग्रेस।
⭕ 1977ः राज नारायन, जनता पार्टी।
⭕ 1980ः ए के नहेरु, कांग्रेस (आई)।
⭕ 1980ः इंदिरा गांधी, कांग्रेस (आई)।
⭕ 1984ः अरुण कुमार नहेरु, कांग्रेस।
⭕ 1989ः शीला कौल, कांग्रेस।
⭕ 1991ः शीला कौल, कांग्रेस।
⭕ 1996ः अशोक कुमार सिंह, भाजपा।
⭕ 1998ः अशोक कुमार सिंह, भाजपा।
⭕ 1999ः कैप्टन सतीश शर्मा, कांग्रेस।
⭕ 2004ः सोनिया गांधी, कांग्रेस।
⭕ 2006ः सोनिया गांधी, कांग्रेस।
⭕ 2009ः सोनिया गांधी, कांग्रेस।
⭕ 2014ः सोनिया गांधी, कांग्रेस।
⭕ 2019: सोनिया गांधी, कांग्रेस।
रायबरेली विधानसभा पर भाजपा 2 सीट और समाजवादी पार्टी का 4 पर कब्जा है: रायबरेली जिले में रायबरेली सदर, हरचन्दपुर, उचांहार, सलोन, सरेनी, बछरावां 6 विधानसभा सीटें है। 2022 के विधानसभा चुनाव में रायबरेली सदर, सलोन विधानसभ में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। बछरावां, सरेनी, हरचंदपुर और ऊंचाहार में समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी।
कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। सन 2014 के चुनाव में कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह सीट हासिल की थी। उन्हें 526434 वोट मिले थे। जबकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अजय अग्रवाल को 173721 वोटो के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे और तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी थे।
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की सोनिया गांधी ने चुनाव जीता। उन्हें कुल 534918 वोट मिले थे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्यासी दिनेश प्रताप सिंह को 367740 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर अशोक प्रताप मौर्य उर्फ शोभनाथ एबीपीडी के प्रत्यासी को 9459 वोट मिले थे।
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