सार……..
⭕ इस साल की थीम है -“हां! हम खत्म कर सकते हैं टीबी”।
विस्तार……..
रायबरेली: राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत विश्व क्षय(टीबी) रोग दिवस के उपलक्ष्य में बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह के दिशा निर्देशन में तथा जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम सिंह की अध्यक्षता में जिला क्षयरोग केन्द्र में कार्यशाला हुई।
आपको बता दें कि, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनुपम सिंह ने कहा कि, प्रधानमंत्री ने साल 2025 तक क्षय उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। यह तभी संभव होगा जब टीबी के संभावित रोग खोजे जाएंगे। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग की जाए। उन्होंने बताया कि, इस साल विश्व क्षय रोग दिवस “हां! हम खत्म कर सकते हैं टीबी” थीम के साथ मनाया जा रहा है।
उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर शम्स रिजवान ने बताया कि, 24 मार्च को अवकाश होने के कारण उच्चाधिकारियों से 28 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस मनाए जाने के निर्देश प्राप हुए थे। उन्होंने क्षय रोग के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि, दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, बुखार आना, वजन कम होना, रात में पसीना आना और भूख कम लगना टीबी के लक्षण हैं। बाल, नाखून और दांतों के इनेमल को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में टीबी हो सकती है। इसके अलावा क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान पोषण के लिए 500 रुपये उनके खाते में दिए जाते हैं। निक्षय मित्रों द्वारा क्षय रोगियों को गोद लेकर इलाज के दौरान हर माह पोषण पोटली दी जाती है।
इस अवसर पर जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स समन्वयक मनीष श्रीवास्तव जिला टी बी एच आई वी समन्वयक अतुल कुमार, वरिष्ठ उपचार पर्वेक्षक अलंकार शर्मा, सुनील, करुणा शंकर, मैसूर आदि तथा वरिष्ठ लैब पर्वेक्षक दिलीप सिंह, सुनीत, अनिल, दीपू व एनटीईपी समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।