रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिला क्षय रोग केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग और विश्व स्वस्थ संगठन के तत्वावधान में सोमवार को समस्त टीबी यूनिट पर कार्यरत वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षकों को निक्षय पोषण योजना पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ0 अनुपम सिंह ने कहा कि, टीबी रोगी को पोषण के लिए राशि खाते में (डीबीटी) दी जाती है। इसलिए समय से उसे राशि दी जानी चाहिए कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए क्योंकि टीबी के इलाज में नियमित दवाओं के सेवन के साथ पौष्टिक भोजन का सेवन जरूरी होता है।
आपको बता दें कि, प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला छय रोग केंद्र के समस्त स्टाफ ने भी प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण कार्यशाला में निश्चय पोर्टल पर डीबीटी के माध्यम से कार्यक्रम के अंतर्गत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशियों के नियमानुसार भुगतान से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन डा0 दिव्या ने बताया कि, निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान क्षय रोगी के खाते में पोषण के लिए 500 रुपये की राशि दी जाती है। रुपया ट्रांसफर के समय आने वाली दिक्कतों और उनके समाधान को लेकर डा0 दिव्या ने जानकरी दी और प्रतिभागियों के सवालों का जवाब दिया।
टीबी के लक्षण: –
⭕ दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना।
⭕- बुखार आना।
⭕- बलगम में खून आना।
⭕- भूख न लगना।
⭕ रात के समय पसीना आना।
⭕ लगातार वजन घटना।