
रजनीकांत अवस्थी
बछरावां/रायबरेली: सरकार द्वारा आजादी के 75 वर्ष पूरा होने के बाद पूरे भारत में अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में खेलकूद प्रतिभा खोज जैसे कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसी क्रम में अमृत महोत्सव समिति खंड बछरावां द्वारा स्थानीय दयानंद महाविद्यालय में क्षेत्र के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मुंशी चंद्रिका प्रसाद उर्फ गुरु जी के निर्वाण दिवस पर विद्यालय के अंदर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी मुख्य अतिथि सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता शुबुही खान रही।
आपको बता दें कि, उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा, आज भारतवर्ष की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है। इस आजादी को लेने के लिए भारत माता के बहुत से सपूतों ने अपना बलिदान दिया, हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम कर शहीद हो गए, आज उनकी स्मृतियों को संजोने का दिन है।
उन्होंने कहा कि, आजादी के इतिहास में सुभाष चंद्र बोस, महारानी लक्ष्मी बाई, शहीदे आजम भगत सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल, चंद्रशेखर आजाद, जमुनालाल बजाज, जैसे असंख्य युवकों ने मां भारती के बंधन को तोड़ने का काम किया और हमें आजाद भारत में सांस लेने का अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि, यह आजादी हमें बड़ी मुश्किल में मिली है, महात्मा गांधी का सत्याग्रह आंदोलन सुभाष व आजाद जैसे नवयुवकों का बलिदान मां भारती की बेड़िया तोड़ने में सफल रहा, एक दो नहीं हजारों हजार बहनों की मांग का सिंदूर कुर्बान हो गया। माताओं की गोद खाली हो गई, तब कहीं जाकर शुभ ज्योत्सना मां भारती का आंचल अंग्रेजों की गुलामी से पाक साफ हो पाया। हमें इस आजादी को अखंड रखना है, भले ही उसके लिए हमें कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।
कार्यक्रम प्रारंभ होने के पूर्व क्षेत्र के अनेकों विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा रैली निकाली गई, समापन अवसर पर समिति द्वारा झंडा रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अमृत महोत्सव समिति के अनेक वरिष्ठ सदस्यों तथा संभ्रांत नागरिकों द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गए।
समापन से पूर्व क्षेत्र के समस्त स्वतंत्रा संग्राम सेनानियों के परिजनों एवं शहीद सैनिकों व सेवानिवृत्त सैनिकों को सम्मानित किया गया।