
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: ताजुद्दीनपुर ग्राम सभा में रोजगार सेवक, सेक्रेटरी और तकनीकी सहायक जेई ने मिलकर बिना ग्राम प्रधान की अनुमति के लगभग 5 लाख रुपए के एक घोटाले का मामला प्रकाश में आया है। ग्राम प्रधान ने इस बाबत उच्चाधिकारियों को लिखित तौर पर अवगत करा दिया है।
आपको बता दें कि, मिली जानकारी के मुताबिक ताजुद्दीनपुर ग्राम सभा में विगत पंचवर्षी कराए गए कार्यों को दिखाकर लगभग 5 लाखों रुपए का फर्जी वाड़ा करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में कई लोगों के संलिप्त होने की बात सामने आ रही है।
इस बाबत जब ग्राम प्रधान को जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए और उन्होंने आनन-फानन लिखित रूप से इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों को की है।
मामले में जब हमारे संवाददाता ने एपीओ मनरेगा से बात की तो पहले उन्होंने बात को घुमा फिरा कर प्रस्तुत करने का प्रयास किया, लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि, बीडियो के निर्देशन में 23/11/2021 को एपीओ मनरेगा एवं ईडीओसी के द्वारा संयुक्त रूप से जांच की गई है, जिसमें पाया गया कि, कार्य मौके पर हुआ है, ग्रामीणों द्वारा इसकी पुष्टि भी की गई है, किंतु कार्य पांच छह माह पूर्व कराया गया था, किंतु एमआर बाद में निर्मित कराया गया।
मामले को लेकर पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है, क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि, उच्चाधिकारी इस मामले में निष्पक्ष रुप से जांच करवा कर भ्रष्टाचार में लिप्त इन अधिकारियों को बेनकाब किया जाए, ताकि अन्य ग्राम सभाएं इस तरह के भ्रष्टाचार से मुक्त रहें।
आपको यह भी बता दें कि, उक्त रोजगार सेवक विगत पंचवर्षीय भी ऐसे कार्यों को लेकर सुर्खियों में रहा है। हर बार अधिकारियों से सांठगांठ करके अपने आप को बचाने में कामयाब रहा।