
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: करीब एक साल से चल रहे किसान आंदोलन के बीच सरकार ने कृषि कानून वापस लेने का एलान कर दिया है। ऐसे में आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को यहां महराजगंज में कांग्रेसियों ने श्रद्धांजलि दी। इसके लिए तिराहे पर कैंडल मार्च निकाला गया।
आपको बता दें कि, यूपी कांग्रेस के आवाहन पर तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी एवं किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को यहां महराजगंज में तिरंगा यात्रा निकालकर विजय दिवस मनाते हुए किसानों की याद में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कांग्रेसियों ने मृतक किसानों को नमन् करते हुए तीनों कृषि कानूनों को संसद से निरस्त करवाने की मांग को पुरजोर तरीके से उठाई। कांग्रेसियों का गुस्सा भी सरकार के खिलाफ देखने को मिला।
दौरान कांग्रेसियों का नेतृत्व कर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सुशील पासी ने कहा कि, तीनों कृषि कानून किसी एक विशेष वर्ग के लिए नहीं बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के हर वर्ग के लोगो के लिए नुकसानदायक थे। जिसे अविलम्ब सरकार ससंद से निरस्त कराकर एमएसपी का समर्थन मूल्य निर्धारित करे। उन्होंने कहा कि, इन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करवाने के लिए किसान बिना किसी डर के डटे हुए हैं। सरकार बिना शर्त आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत कर उनकी मांगों को माने।
प्रदेश महासचिव ने कहा कि, सरकार ने किसानों के आंदोलन को तोड़ने के लिए तरह-तरह के षड्यंत्र रचे। किसानों को कभी आतंकवादी, कभी नक्सलवादी और कभी खालिस्तानी बताया गया। अब सरकार ने कानून वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि, आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को शहीद का दर्जा देकर उनके परिवार को नौकरी व आर्थिक मदद भी दी जानी चाहिए। इसके लिए कांग्रेस आंदोलन करेगी।
किसान आंदोलन में मृतक किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेसियो ने आरोप लगाते हुए एक स्वर में कहा कि, यूपी चुनाव में भाजपा हार के डर से किसानों को गुमराह करने के लिये षड़यंत्र रच रही है।
इस दौरान डॉक्टर विचित्र चौधरी, आशुतोष सिंह, प्रिन्सू वैश्य, भगवानदीन फौजी, सुनील कुमार, राधेश्याम, बृजेश कुमार, बिंधादीन, रईस बल्ला, अर्जुन मोर्य, अर्जुन पासी, राधेलाल लोधी, रामप्रकाश, बाला प्रसाद, समेत आदि लोग मौजूद रहे।