
सार……..
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी के बेटे पर किसानों को कुचलकर मारने का आरोप है, और आपकी पुलिस आरोपी को बचाने में जुटी है। अगर आप किसानों के हितैषी है, तो अजय मिश्र के साथ मंच साझा न करें। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि, लखीमपुर मामले में सरकार ने शुरू से ही आरोपी को बचाने की कोशिश की है। प्रियंका ने पत्र में लिखा है कि, आप देश के प्रधानमंत्री हैं, आप देश के किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से समझते होंगे। हर देशवासी के लिए न्याय सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री का कर्तव्य ही नहीं, उनका नैतिक दायित्व होता है।
विस्तार……….
शिवाकांत अवस्थी
लखनऊ: कृषि कानूनों की वापसी पर सियासत जारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक तरफ केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है, तो वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर खीरी कांड में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। प्रियंका गांधी ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ में हैं, और उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर लखीमपुर खीरी मामले में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। प्रियंका ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा है।
आपको बता दें कि, शुक्रवार को पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया। इस घोसड़ा के बाद से ही इसपर सियासत जारी हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर खीरी कांड में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। प्रियंका ने लखीमपुर कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी के बेटे को बचाने और राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
प्रियंका ने कहा कि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र उर्फ टेनी के बेटे पर किसानों को कुचलकर मारने का आरोप है, और आपकी पुलिस आरोपी को बचाने में जुटी है। अगर आप किसानों के हितैषी है, तो अजय मिश्र के साथ मंच साझा न करें। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि, लखीमपुर मामले में सरकार ने शुरू से ही आरोपी को बचाने की कोशिश की है।
प्रियंका ने पत्र में लिखा है कि, आप देश के प्रधानमंत्री हैं, आप देश के किसानों के प्रति अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से समझते होंगे। हर देशवासी के लिए न्याय सुनिश्चित करना प्रधानमंत्री का कर्तव्य ही नहीं, उनका नैतिक दायित्व होता है। कल देशवासियों को सम्बोधित करते हुए आपने कहा कि, सच्चे मन और पवित्र ह्रदय से किसानों के हित को देखते हुए कृषि क़ानूनों को वापस लेने का अभूतपूर्व निर्णय लिया गया है। आपने यह भी कहा कि, देश के किसानों के प्रति आप नेकनीयत रखते हैं। यदि यह सत्य है तो लखीमपुर किसान नरसंहार मामले में पीड़ितों को न्याय दिलवाना भी आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने कहा कि, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा अभी भी आप के मंत्री मंडल में है। अगर आप आरोपी के पिता के साथ मंच साझा करते हैं, तो पीड़ित परिवारों को स्पष्ट संदेश जाएगा कि, आप अभी भी कातिलों के साथ खड़े हैं। ये किसान सत्याग्रह में शहीद 700 से अधिक किसानों का घोर अपमान होगा। अगर आपकी नीयत सचमुच साफ है, तो आज केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के साथ मंच पर साझा मत कीजियेगा। देश भर में किसानों पर हुए मुक़दमों को वापस लीजिए और सभी शहीद किसानों के परिवारों को आर्थिक अनुदान दीजिए।
पीएम मोदी ने कल किया था ऐलान: 👉🏻प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि, सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है, जिसे लेकर पिछले साल से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे किसानों से घर लौटने की अपील की थी। गुरु नानक जयंती के अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्र को दिए संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि, ये कानून किसानों के फायदे के लिए थे, लेकिन वह जनता से क्षमा चाहते हैं की सरकार किसानों के एक वर्ग को राजी नहीं कर सकी।