
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके कब्जे से सरकारी जमीन मुक्त कराने का अभियान महज कागजों तक ही सीमित रह गया है। असलियत में ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी भू-माफिया तालाब और सुरक्षित तथा खलिहानों की जमीनों पर कब्जा करके मकान बना रखे हैं। यही नहीं उन्होंने आवागमन के लिए छोड़ी गए चकमार्गों पर भी अवैध कब्जा करके जोत-बो लिया है, जिसकी शिकायत अधिकारियों से की गई है। लेकिन अभी तक प्रशासन ने भू-माफियाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है।
आपको बता दें कि, उप जिलाधिकारी महराजगंज को संबोधित एक ज्ञापन तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह को देकर तहसील क्षेत्र के गांव रामपुर टिकरा की रहने वाली मिथिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि, उनके गांव में भूखंड संख्या 559/0.5560 व गाटा संख्या 389/0.101 हेक्टेयर गांव में स्थित है, जो सरकारी अभिलेखों में क्रमशः खलिहान व तालाब दर्ज है। इन जमीनों पर अबैध कब्जा करने में गांव के ही रहने वाले लोग शामिल हैं। यही नहीं अधिकारियों की उदासीनता से दूसरे गांव में रहने वाले तत्व भी उनके गांव में आकर मकान तक बना लिए हैं। अवैध कब्जेदारों का खुलासा करते हुए मिथिलेश यादव ने बताया कि, गांव रामपुर टिकरा के रहने वाले दिनेश पुत्र राम बहादुर, रमेश पुत्र रामबहादुर और राजन पुत्र राम बहादुर आदि ने सुरक्षित जमीनों पर कब्जा कर रखा है।
इसके अलावा सुरक्षित जमीनों पर मकान तक बना लिया है। इस बारे में लोगों द्वारा शिकायतें की गई तो कोई कार्यवाही होने के बजाय प्रार्थना पत्र ठंडा बस्ते में डाल दिए गए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि, भूखंड संख्या 559 में प्रतिपक्षी गणों ने जबरन कब्जा कर रखा है, जोकि सरकारी भूमि है और आने-जाने का सरकारी चक मार्ग भी जोत रखा है। जिससे किसानों को काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिए गए विज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि, भूखंड संख्या 389 में लगे पेड़ों को भी प्रतिपक्ष पक्षी संख्या तीन रमेश पुत्र राम बहादुर ने सरेआम नीम के हरे पेड़ कटवा कर बेंच लिए और क्षेत्रीय लेखपाल मौन साधे बैठे रहे। जमीन पर इस समय धान की लहलती फसल खड़ी हुई है। जो इस बात का सबूत है कि, यह भू-माफिया किसी से डरते नहीं है। उन्होंने उप जिलाधिकारी से मांग की है कि, एक राजस्व टीम का गठन कर मौके का निरीक्षण किया जाए, और अगर उनके आरोपों में अधिकारियों को दम दिखाई देता है, तो प्रार्थना पत्र में उल्लेखित भू-माफिया जैसे लोगों के विरुद्ध तगड़ी कार्यवाही करते हुए सरकारी भूमि को अवैध कब्जेदारों से तत्काल मुक्त कराया जाए।
ज्ञापन लेने के पश्चात तहसीलदार महराजगंज ने फौरी कार्यवाही करते हुए ओम प्रकाश सोनी को नया लेखपाल नियुक्त करते हुए दिए गए ज्ञापन की जांच करने का निर्देश दिया है। तहसीलदार ज्ञान प्रताप सिंह ने कहा कि, किसी भी व्यक्ति को सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा नहीं करने दिया जाएगा। मामले की जांच कर पाए गए तथ्यों के आधार पर शीघ्र कार्यवाही की जाएगी।