
रजनीकांत अवस्थी
सलोन/रायबरेली: स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को सलोन विकास खंड के बरवालिया स्वास्थ्य उपकेंद्र पर सास-बहू-बेटा सम्मेलन का मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 वीरेंद्र सिंह के निर्देशन में संपन्न हुआ। इस मौके पर बड़ी संख्या में सास बहू और बेटो ने प्रतिभाग किया।
आपको बता दें कि, परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. राधाकृष्णन ने बताया कि, कार्यक्रम का उद्देश्य सास-बहू और बेटा के मध्य समन्वय और संवाद के माध्यम से परिवार नियोजन को लेकर बेहतर माहौल बनाना है। जिससे वह प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति अपनी अवधारणाओं, व्यवहार एवं विश्वास में बदलाव ला सकें। उन्होंने यह भी कहा कि, अधिकांश मामलों में देखा गया है कि, परिवार नियोजन को लेकर पुरुष का निर्णय सर्वोपरि होता है। इसलिए इस आयोजन में पुरुष की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए बेटे का प्रतिभाग करना आवश्यक है। प्रत्येक सम्मेलन में आठ से दस परिवारों से सास-बहू और बेटा को प्रतिभाग करना है।
सास-बेटा-बहू सम्मेलन में शादी के एक वर्ष के दौरान नव विवाहित दंपति, एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती, परिवार नियोजन का कोई साधन नहीं अपनाने वाले दंपति, तीन या उससे ज्यादा बच्चों वाले दंपति, ऐसे आदर्श दंपति जिनका पहला बच्चा विवाह के दो वर्ष बाद हुआ हो दूसरे बच्चे में कम से कम तीन वर्ष का अंतराल हो। आदर्श दंपति इस सम्मेलन के दौरान अपने अनुभव साझा करेंगे। दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाने वाले और कोई साधन न अपनाने वाले दंपति भी कार्यक्रम के दौरान अपने अनुभव साझा करेंगे।
सम्मेलन के दौरान चिकित्साधीक्षक डॉ पीके बैसवार
ने सभी बेटों को परिवार नियोजन को अपनाने और माँ बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपना सक्रिय योगदान देने की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी ने उपस्थित दंपतियों को उपहार प्रदान किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रत्नाकर पांडे, यूपीटीएसयू से कमलेश कुमार, बीसीपीएम आशीष कुमार, आशा संगिनी, आशा कार्यकर्ता ने प्रतिभाग और सहयोग किया।