
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: शून्य से पाँच साल तक की आयु के बच्चों और गर्भवती को पूर्ण प्रतिरक्षित करने के लिये नौ से 14 अक्टूबर तक सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई) 5.0 चलाया जाएगा। आईएमआई के तहत शून्य से पाँच साल तक के उन बच्चों का टीकाकरण किया जाता है जो किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से छूट गए हैं। इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बुधवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
आपको बता दें कि, प्रेस वार्ता में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 वीरेंद्र सिंह ने जानकारी दी है कि, बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में से एक है। जिसके क्रम में दृष्टिगत भारत सरकार द्वारा दिसम्बर 23 तक मीजल्स-रुबेला (एमआर) के उन्मूलन एवं नियमित टीकाकरण में गुणात्मक सुधार के लिए शून्य से पाँच वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण किया जाना है। बच्चों का टीकाकरण से शत-प्रतिशत आच्छादन किये जाने के उद्देश्य से सघन मिशन इन्द्रधनुष 5.0 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। इसका पहला चरण सात से 2 अगस्त, दूसरा चरण 11 से 16 सितम्बर तक आयोजित किया गया। इसके तीसरे और अंतिम चरण का आयोजन नौ से-14 अक्टूबर तक किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने कहा कि, नियमित टीकाकरण के द्वारा 12 जानलेवा बीमारियों जैसेटीबी, पोलियो, हेपेटाइटिसबी, खसरा, रूबेला, जापानी इंसेफेलाइटिस, निमोनिया, डायरिया, गलघोंटू, काली खाँसी, टिटनेस से बचाव के लिए 11 टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा गर्भवती को टिटेनस और वयस्क डिप्थीरिया (टीडी ) का टीका लगाया जाता है। सभी बीमारियों का बचाव टीकाकरण ही है। टीकाकरण न कराने की स्थिति में बच्चे की जान भी जा सकती है। इसलिए टीका अवश्य लगवाएं। टीका पूरी तरह सुरक्षित है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि, आई0एम0आई0 (5.0) अभियान के तीसरे चरण में शून्य से पाँच साल के 11,599 बच्चे तथा 2,899 गर्भवती के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
आईएमआई 5.0 के पहले और दूसरे चरण में लक्ष्य से अधिक बच्चों और गर्भवती का टीकाकरण किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने सभी से अपील की कि अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राधा कृष्णन, डॉ0 राकेश यादव, डॉ शरद कुशवाहा, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी एस अस्थाना, अंजली सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ0 छोटेलाल, यूनिसेफ की डीएमसी, वंदना त्रिपाठी, सहाना जमीरऔर वीरेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे।