
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: कस्बे के पूरे सुखई स्थित स्वदेश सरस्वती इंटर कॉलेज में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस गोष्ठी की अध्यक्षता का दायित्व डॉ कमलेश कुमार जायसवाल आशु कवि ने निभाया। जयंती कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों एवं विद्यालय परिवार ने दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें याद कर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानाचार्य वीरेंद्र वर्मा ने कहा कि, पंडित दीनदयाल का जीवन सदैव समाजसेवा के लिए समर्पित रहा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का कहना था कि, अवसरवाद की राजनीति के प्रति लोगों का विश्वास खत्म होता जा रहा है। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता डॉ शिव कुमार सिंह शिव ने पं दीनदयाल उपाध्याय को भारत राष्ट्र का महानायक बताया।
आपको बता दें कि, डॉ शिवकुमार सिंह शिव ने नगला चंद्रभान में जन्मे मां भारती के इस वरद पुत्र का जीवन बहुत ही कष्टकारी और विपन्नताओं भरा रहा। परंतु फिर भी राष्ट्र को एक नई दिशा देने के लिए एकात्ममानववाद की रचना की।
कार्यक्रम में मौजूद रामेंद्र अवस्थी ने दीन दयाल उपाध्याय को भारतीय राजनीति का दैदीप्तिमान सितारा बताया। जबकि कार्यक्रम संयोजक व भाजपा के प्रांतीय परिषद सदस्य डॉ माता दीन पासी ने कहा कि, गरीब को दरिद्र नारायण मानने वाले पं दीनदयाल ने राजनीति को एक नई दिशा दी। इनके नाम पर भाजपा ने कई योजनाएं चलाई।
भाजपा महराजगंज मण्डल अध्यक्ष सूर्य प्रकाश ने कहा कि, पं0 दीनदयाल का एकात्म मानव दर्शन भाजपा का सूत्र पुञ्ज है। इस अवसर पर शारदा सरण पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किया और कहा कि, उनका जीवन काँटों की सेज था बालूजी महाशब्दे से प्रेरित होकर संघ विचार को जीवन का आधार बनाया। आजीवन प्रचारक रहे। आईसीएस परीक्षा उत्तीर्न् करके भी अंग्रेजो की नौकरी को अस्वीकार किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष ने पं जी की तुलना तुलसी दास जी से की। उन्होंने कहा कि, जिस प्रकार तुलसी दास जी ने मानवता का संविधान श्री राम चरित दिया, उसी प्रकार इनका एकात्म मानव दर्शन है।
इस अवसर पर मंशा राम, बृजेश नंदन मौलिक अधिकार पार्टी के पूर्व प्रत्याशी चंद्रशेखर गौतम संजीव कुमार, रामेंद्र अवस्थी, मुकेश गुप्ता, कार्तिकेय साहू, शिवेंद्र कुमार सिंह, राहुल साहू, राम सुमिरन यादव आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन स्वदेश सरस्वती विद्या मन्दिर के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र वर्मा ने किया।