
सार……..
⭕ यूपी एड्स नियंत्रण सोसायटी के तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित।
विस्तार……..
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के तत्वावधान में स्वयंसेवी संस्था टीसीआई फाउंडेशन के द्वारा संचालित लक्षित हस्तक्षेप परियोजना (टीआई) सहयोग से जनपद के एक होटल में शुक्रवार को कार्यक्रम आयोजित हुआ।
आपको बता दें कि, इस कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम सिंह ने कहा कि, टीबी का संक्रमण टीबी रोगी के खाँसने व छींकने के कारण हवा के माध्यम से फैलता है। जबकि एचआईवी यौन संक्रमित रोग है जोकि एड्स का कारण बनता है। एचआईवी एक वायरस है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है।एचआईवी धीरे-धीरे प्रतिरक्षा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है जिससे कि, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और यह कई अवसरवादी संक्रमणों के लिये अति संवेदनशील हो जाता है।
एचाईवी की तरह टीबी में भी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और वह किसी भी बीमारी की चपेट में आ सकता है। इस तरह टीबी का रोगी आसानी से एचआईवी की चपेट में और एचआईवी का रोगी टीबी की चपेट में आ सकते हैं। इसलिए टीबी के रोगियों की एचआईवी की जांच और एचआईवी के रोगियों की टीबी की जांच की जाती है।
कार्यक्रम प्रबंधक तमन्ना आफरीन ने बताया कि, इस परियोजना के अंतर्गत जोखिम समुदाय के लोंगो को एचआईवी के लिए जागरूक किया जा रहा है। खेल व संगीत कार्यक्रम के द्वारा उन्हें संदेश दिया जा रहा है कि, कैसे एचआईवी के संक्रमण से खुद का बचाव कर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। जिससे कि, समय से बीमारी का पता लग सके।
इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा नृत्य व खेलों का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में जिला एचआईवी/टीबी समन्वयक अतुल कुमार वर्मा, एनटीईपी से मनीष श्रीवास्तव, केके श्रीवास्तव, जिला अस्पताल के सामाजिक कार्यकर्ता सुदर्शन सिंह, टीसीआई फाउंडेशन से तमन्ना आफरीन, गीता श्रीवास्तव, नीतिशा यादव, सलाहकार गौ रक्षा वाहिनी से बृजेश शुक्ला, एस टी आई परामर्शदाता प्रीती बाला व पीपीटीसीटी सेंटर से सीमा यादव, अमित दुबे एआरटी परामर्शदाता, व्यस्थापक डाली वर्मा, आउट रीच वर्कर पूनम वर्मा, दीपमाला श्रीवास्तव, अरविंद प्रताप सिंह, प्रशांत सिंह, रोशनी आलम, निशा फाइटर, रिया सिंह व समस्त पियर एजुकेटर उपस्थित रहे।