
रजनीकान्त अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला परिवार प्रबोधन वरिष्ठ रमेश अवस्थी की स्मृति में महराजगंज ब्लॉक सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। जिसमें प्रमुख रूप से भाजपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य व पूर्व एमएलसी राजा राकेश प्रताप सिंह, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता जय नारायण वर्मा, संगठन कार्यकर्ता जगदेव प्रसाद, खंड संघचालक जीबी सिंह, खंड जिला संघचालक, जागेश्वर दयाल द्विवेदी, जिला संघ चालक अमरेश बहादुर सिंह ने प्रमुख रूप से रमेश अवस्थी के साथ बिताए पलों का स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सभी ने रमेश अवस्थी को एक कृतित्ववान समर्पित कार्यकर्ता बताया।
आपको बता दें कि, रमेश अवस्थी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राजा राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि, दुनिया में सैदव के लिए कोई नहीं आता। भगवान को भी जाना पड़ता है। कुछ लोग आते हैं और जीवन कैसा जीना, बताते हैं। जीवन में कैसे चलना यह वह हमें सिखाते हैं। रमेश अवस्थी का स्वयंसेवकों के साथ परिवार जैसा संबंध था। उनके जाने से रिक्तता पैदा हुई है, उन्होंने बड़ा होने के लिए कुछ नहीं किया। सहज और स्वाभाविक रूप से रहे। उनके मन में कभी भी अहंकार का भाव नहीं आया। उनसे संपूर्ण समर्पण हम सब लोगों को सीखना चाहिए। संघ के कार्यकर्ता को कैसा होना चाहिए, व्यवहार कैसा होना चाहिए यह भी हमें उनकी स्मृतियों से सीखना चाहिए। उनके जीवन को अपने आचरण से जीवित रखना है। अपने जीवन से उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए। उस परम्परा को आगे बढ़ाना है, उन्हें ज्यादा आनंद मिलेगा।
विश्व हिंदू परिषद के जयनारायण वर्मा ने कहा कि, रमेश अवस्थी से उनका नजदीकी रिश्ता रहा है। रमेश अवस्थी कर्मयोगी थे। उनके जीवन से लगता है कि, साधारण कार्यकर्ता अपने जीवन में असाधारण कर सकता है। ऐसे व्यक्तित्व के बारे में सुनकर लगता है कि, पद के कारण ही बड़ा नहीं हुआ जा सकता, अपनी कृतियों से भी बड़ा हो सकता है। अंतिम दिनों में भी उन्होंने किसी सहयोगी को सेवा के लिए नहीं लिया। वे एक आध्यात्मिक व्यक्तित्व थे। ऐसे व्यक्तित्व के लिए श्रद्धांजलि की जरूरत नहीं होती। ऐसे लोगों का व्यक्तित्व लोगों के लिए प्रेरणा बन जाता है।
पूर्व विधायक राजाराम त्यागी ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और कहा कि, रमेश अवस्थी अपने जीवन में आचार संहिता के पालन में ऊंच-नीच नहीं होने दी। ऐसे व्यक्तित्व का चला जाना खालीपन का अहसास कराता रहेगा।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य व भाजपा नेता प्रभात साहू ने कहा कि, रमेश अवस्थी, व्यक्ति निर्माण कला के मर्मज्ञ थे। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को उन्होंने गढ़ा। कार्यकर्ताओं की खूब सराहन करते थे। वे कर्तव्य कठोर थे। अत्यंत परिश्रम करते थे, बहुत लोगों ने देखा होगा, स्वयं के लिए बहुत कठोर थे। अस्वस्थता के बारे में किसी से कुछ नहीं बोले। ऐसे श्रेष्ठ का जीवन हमें प्रेरणा देता रहेगा।
श्रद्धांजलि सभा में स्वर्गीय रमेश अवस्थी की धर्मपत्नी सुधा अवस्थी, बेटी गार्गी, बेटा हर्षवर्धन, दोनों बहने, बहनोई, उनके बचपन के मित्र सरदार फत्ते सिंह, लक्ष्मी शंकर श्रीवास्तव, कमल बाजपेई प्रधानाध्यापक महावीर स्टडी इस्टेट सीनियर सेकेंडरी कॉलेज, एमडी पास, पंडित शारदा शरण पांडेय, सोभनाथ गुप्ता, चंद्रप्रकाश शुक्ल सरेनी, शरद सिंह, सुनील मौर्य, अवधेश मिश्र, पवन गुप्ता, ज्ञान प्रकाश जायसवार, समर बहादुर, सत्रोहन वर्मा, संतलाल लोधी, जय नारायण वर्मा, ज्ञान प्रकाश जायसवाल, ने भी अपने उदगार व्यक्त किए। सभी ने रून्धे गले से अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके अलावा समर बहादुर, सूर्य प्रकाश वर्मा भाजपा मंडल अध्यक्ष, भाजपा नेता रज्जन अवस्थी, प्रजापति ब्रह्मा कुमारी संस्था की ब्रह्म कुमारी बहन आरती, अजीत, सतीश सिंह, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक शिव शंकर, डॉ शिव कुमार कवि, चंद्र प्रकाश मोन के साथ साथ खण्ड कार्यवाह अखिलेश, पवन दद्दा, कंचन वर्मा, सुरेश श्रीवास्तव, दया शंकर, जगदेव शुक्ल सेवा निवृत शिक्षक, अशोक रस्तोगी, राजेंद्र मौर्य, ओम प्रकाश फौजी आदि ने अपनी भाव संवेदनाएं व्यक्त की। संचालन वीरेन्द्र वर्मा प्रधानाचार्य स्वदेश सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज महराजगंज ने किया। कार्यक्रम के अन्त में सभी ने दो मिनट खड़े रहकर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए मौन श्रद्धांजलि अर्पित की।
ब्लॉक सभागार में जिले के महानायक स्मृति शेष रमेश अवस्थी की श्रद्धांजलि सभा में बड़ी तादाद में लोगो ने अपने जननायक को नम् आंखों के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। समाज के हर वर्ग के, विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र के लोगो ने उपस्थिति दर्ज करा कर ‘युगपुरुष रमेश अवस्थी” को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा नेता जी सुभाष चंद्र बोस नगर विकास मंच के संरक्षक अशोक रस्तोगी, सरदार संतोष सिंह (प्रिंकल), संदीप वैश्य महामंत्री, अध्यक्ष प्रशांत जायसवाल उपस्थित रहे। अशोक रस्तोगी ने कहा- रमेश अवस्थी श्री हनुमान मंदिर के संस्थापकों में रहें है उनके नेतृत्व में ही मंदिर निर्माण की रूप रेखा तय हुई थी। प्रशांत जायसवाल ने कहा-उन्होंने रमेश अवस्थी को अपना आदर्श माना है। उनके जैसा व्यक्तित्व मिलना अब मुमकिन नहीं। श्री नारायण उन्हें बैकुंठ धाम में स्थान दें।