
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सलेथू के बच्चों ने अनोखे ढंग से शिक्षक दिवस के रूप में मनाया। विद्यालय का संचालन शिक्षक कार्य से लेकर प्रशासनिक कार्य छात्रों द्वारा ही किया गया, जिससे छात्र-छात्राएं ऊर्जावान नजर आ रहे थे।
आपको बता दें कि, शिक्षक दिवस पर एक दिन की प्रधानाचार्या बनी छात्रा वैशाली अवस्थी ने अपना अनुभव साझा करते हुए हमारे संवाददाता को बताया कि, शिक्षक जो छात्रों के सच्चे मार्गदर्शक बनाकर उन्हें स्कूल से लेकर कॉलेज तक वह शिक्षा देते हैं, जो उन्हें जीवन में बुलंदियों तक पहुंचने में सहायक बनती है। आज भले ही शिक्षा प्राप्त करने या ज्ञान उपार्जन के लिए अनेक तकनीकी साधन सुलभ है किंतु एक अच्छे शिक्षक की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता, जिस प्रकार एक अच्छा शिल्पकार किसी भी पत्थर को तरास कर उसे खूबसूरत रूप दे सकता है और एक कुम्हार गीली मिट्टी को सही आकार प्रदान कर सही आकार के खूबसूरत बर्तन बनाता है, वही भूमिका एक शिक्षक अदा करता है। जिस प्रकार शिक्षक को असली शिल्पकार का दर्जा दिया जाता है, उसी प्रकार हमारा विद्यालय न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल के सभी टीचर्स इस विद्यालय में पढ़ाई करने वाले हर बच्चे को बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए जी जान से मेहनत करते हैं और उन्हें तरास कर खूबसूरत रूप दे रहे हैं तथा एक कुम्हार की भांति गीली मिट्टी को सही आकार प्रदान कर सही आकार के खूबसूरत बर्तन बनाने का काम कर रहे हैं। ऐसे शिक्षकों से उनका विद्यालय भरा पड़ा है जिन्होंने अपनी शिक्षा से अनेक छात्रों के जीवन की दिशा ही बदल दी है।
न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सलेथू के शिक्षक हर बच्चे को आधुनिक शिक्षा के जरिए टॉपर बनाकर बड़ा डॉक्टर, इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी के रूप में देने का काम किया है। उनके शिक्षक हर बच्चे को बुलंदियों पर पहुंचने के साथ-साथ एक अच्छा इंसान बनने के लिए हर बच्चे को नैतिक, भौतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक शिक्षा भी देते हैं ताकि बच्चे अपने विवेक से बुद्धिमत्ता पूर्ण निर्णय लेने और समाज को सही दिशा देने में सक्षम बने।
शिक्षक दिवस की उप प्रधानाचार्य के रूप में रिचा वाजपेई ने अपना कार्य कुशलता पूर्वक किया और कहा कि, उनके विद्यालय न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल के शिक्षक अपने व्याख्यानों के साथ-साथ विभिन्न प्रसंग के माध्यम से छात्रों को उच्च नैतिक मूल्यों को अपने आचरण में समाहित करने के लिए प्रेरित करते हुए उनका बेहतर मार्गदर्शन भी करते हैं, जिसकी बदौलत न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सलेथू के बच्चे हर क्षेत्र में विद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, उन्हें उप प्रधानाचार्या की कुर्सी पर बैठकर जिम्मेदारियां संभालते हुए ऐसा लग रहा है कि, शिक्षक के बिना इस दुनिया में हम सभी अधूरे हैं, शिक्षक ही है जो देश के भविष्य के वास्तविक आकृतिकर हैं जो हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं।
उन्होंने कहा कि, उनके विद्यालय न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल के शिक्षक मानवता को नैतिक जड़ों तक ले जाने का काम करते हैं जहां से अनुशासन और स्वतंत्रता दोनों का उद्गम होता है। उनके विद्यालय के शिक्षक शिक्षा के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध है तथा शिक्षा को एक मिशन के रूप में अपनाते हुए उद्देश्यपूर्ण शिक्षा की परिकल्पना के साथ उन लोगों का मार्गदर्शन करते हैं।
इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव सिंह, उप प्रधानाचार्य रजनी श्रीवास्तव समेत विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं एवं समस्त स्टाफ मौजूद रहा।