
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: राजनीतिक द्वंद में महराजगंज बछरावां रोड पर स्थित सूरदास की कुटी से सलेथू गांव को जाने वाली 2 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण अधर में लटक गया है। जिससे डेढ़ हजार से अधिक छात्र-छात्राओं समेत हजारों लोगों के आवागमन पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने मामले को सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर इस रोड के पुनरुद्धार की मांग की है।
आपको बता दें कि, महराजगंज बछरावां रोड से सलेथू माइनर के किनारे-किनारे सर्विस रोड बनी है, जो आगे चलकर न्यू स्टैंडर्ड स्टडीज सर्किल के महाविद्यालय तथा न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल इंटरमीडिएट कॉलेज होकर सलेथू गांव को पहुंचती है। इसके बाद यही सड़क आगे चलकर हसनपुर मार्ग को जोड़ती है, जिससे लोग शिवगढ़ मार्ग तक यात्रा करते हैं।
इन दोनों स्कूलों का संचालन सपा नेता शशिकांत शर्मा के हाथों में है। वर्तमान सरकार भाजपा की है इसलिए जहां क्षेत्र भर में संपर्क मार्गों को पुनरुद्धार कर चमाचम किया जा रहा है, वहीं इस मार्ग में पूरी तौर पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जिससे स्कूली वाहन चल नहीं पाते आम आदमी को भी काफी तकलीफ होती है। क्योंकि इस सड़क से प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन तथा लगभग डेढ़ हजार से अधिक छात्र-छात्राएं इस पर यात्रा करते हैं। इस उबड़-खाबड़ सड़क से यात्रा करना दुर्घटनाओं को न्वोता देना है।
क्षेत्रीय लोगों ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राम प्रकाश साहू, राम सजीवन, राम प्रकाश, साधू शरण लोधी, शिव वरदान सिंह, उमेश तिवारी, रानू तिवारी, मनोज तिवारी, शैलेंद्र तिवारी, दीपू तिवारी, रिंकू तिवारी, जितेंद्र तिवारी, भोला अवस्थी, संजय तिवारी, रामजी, मृत्युंजय त्रिपाठी, दद्दू मोर्य, सनी तिवारी, शानू तिवारी आदि लोगों ने इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल पर अपनी बात रखी। लेकिन मुख्यमंत्री पोर्टल से आनन-फानन रायबरेली जिले के लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से मामले में आख्या मांगी गई, तो हैरत की बात यह है कि, अधिशासी अभियंता ने बजट न होने का रोना रोकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। जिससे स्थानीय शिकायतकर्ता हथप्रभ हैं।
अब सोचने की बात यह है कि, जहां महराजगंज क्षेत्र में लगातार संपर्क मार्गों के सुदृढ़ीकरण का कार्य जोरों पर है, सभी सड़क चमाचम की जा रही हैं, तो वहीं सलेथू संपर्क मार्ग जिसकी लंबाई महज 2 किलोमीटर है, इसका निर्माण क्यों नहीं हो रहा है? क्यों बजट का रोना रोए जा रहा है?
शिकायतकर्ताओं ने कहा है कि, इस मामले में राजनीतिक विद्वेष की भावना से काम किया जा रहा है। यदि शीघ्र ही सड़क निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग कोई पहल नहीं करता है तो क्षेत्र के हजारों लोग धरना प्रदर्शन और आंदोलन छेड़ने को दिवस होंगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की होगी।