
सार…….
⭕ पीड़ित को न्याय की दरकार, कप्तान को सीओ की रिपोर्ट का इंतजार।
विस्तार…….
रायबरेली: हरचंदपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत गुल्लु पर चौकी इंचार्ज अनिल यादव की विवादित कार्य शैली रुकने का नाम ले रही है। आए दिन फरियादियों के साथ मारपीट करना दरोगा का पेशा बन चुका है। अनिल यादव इससे पहले जहां भी तैनात रहे हैं, वहां अपनी विवादित कार्यशैली से हमेशा सुर्खियों में बने रहे, और दूसरी ओर अधिकारी दारोगा के कारनामों पर पर्दा डालने से बाज नहीं आ रहे हैं।
आपको बता दें कि, मामला हरचंदपुर थाना क्षेत्र के महुवारी मजरे गुल्लु पर का है, जहां के रहने वाले राम अवध पुत्र जय राम के साथ चौकी इंचार्ज गुल्लु पुर द्वारा पीटने के मामले में कप्तान से हुई शिकायत पर जांच के नाम पर सीओ महराजगंज द्वारा दो हफ्ते से पीड़ित को टहलाया जा रहा है। शुक्रवार को सीओ आफिस आए
पीड़ित राम अवध ने बताया कि, मामला पिछले महीने का है। उसका अपने भाइयों के बीच आपसी बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था, जिसकी शिकायत उसने चौकी गुल्लुपुर में की। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
16 अगस्त को अज्ञात लोगों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई, जिसकी शिकायत उसने 112 और चौकी पुलिस को दी। मौके पर चौकी इंचार्ज अनिल यादव पहुंचे और उसे लेकर चौकी गए, तथा उससे पैसों की मांग के साथ नामजद तहरीर देने की बात कही। मना करने पर उसे जमकर मारा पीटा और तीन दिन तक थाने में बैठाए रखा। वहां से छूटने के बाद उसने इसकी शिकायत जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक से की। कप्तान ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच सीओ महराजगंज इंद्रपाल सिंह को सौंपी थी। किंतु दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी सीओ जांच रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को नहीं सौंप पाए हैं।
पीड़ित का आरोप है कि, मामले में दरोगा पर कार्यवाही के बजाय उसे टहलाया जा रहा है, और पूछ ताछ के नाम पर सिर्फ उसे आए दिन आफिस बुलाया जाता है।
*इनसेट: लचर कार्यशैली से कई बार लाइन हाजिर हुए अनिल यादव:* गुल्लु पुर चौकी इंचार्ज अनिल यादव अपनी कार्य शैली के चलते हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं। ये जहां भी तैनात रहे हैं, पैसा मांगने पर या फरियादियों से मारपीट करने पर इन्हें हटाया गया है। अनिल यादव महराजगंज सर्किल के चारों थानों में पोस्ट रह चुके हैं, महराजगंज तैनाती के दौरान एक मंगता को हलोर चौकी पर पीटने के मामले में लाइन हाजिर भी हुए। इसके थोड़े दिनों बाद ही इन्हें मखदुमपुर चौकी की कमान सौंप दी गई, वहां भी एक पीडि़त फरियादी से मारपीट करने और पैसा मांगने के मामले में इन्हें लाइन हाजिर किया गया था। ये जहां भी तैनात रहे वहां से ज्यादातर लाइन हाजिर ही हुए हैं, किंतु दरोगा का रसूख कहें या फिर और कुछ, थोड़े ही दिनों में इन्हें पुलिस चौकी की कमान सौंपी दी जाती है।
पीड़ित को आज बुलाया गया था, मामले में किसी तरह की भी हीलाहवाली नहीं की जा रही है, दरोगा पर लगाए गए आरोप जांच में सत्य पाए गए तो किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। कार्यवाही होगी।। इंद्रपाल सिंह महराजगंज क्षेत्राधिकार।।