
सार……..
⭕ चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 से भारत ने साबित किया कि, हर रात्रि का सबेरा जरूर होता है।
विस्तार……..
झारखंड/धनबाद: भारतीय स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन के द्वारा भारत के चंद्रयान के चांद पर सफल साफ्ट लैंडिंग पर बीबीएमकेयू के गण़ित विभाग के रिसर्चर प्रेम चंद साव ने भारत के इस सफलता पर वैज्ञानिकों सहित संपूर्ण देशवासियों को बधाई दी हैं।
आपको बता दें कि, रिसर्चर प्रेम चंद साव ने कहा कि, 23 अगस्त की शाम वास्तव में शाम नहीं बल्कि संपूर्ण भारतीयों के लिए एक नई भोर थी। यह सुबह केवल पृथ्वी तक ही नहीं बल्कि चांद में भी सर्वप्रथम भारतीयों ने देखा और संपूर्ण विश्व को दिखाया है। चांद पर भारत की पहुंच अनेकों मायनों में रिसर्च, तकनीकी, वैश्विक व्यापार, अंतरिक्ष एक्सप्लोरेशन, क्यूरियोसिटी, इनोवेशन और मानव की चांद पर पहुंचने के महत्वाकांक्षी उम्मीदों पर विश्वास जगाया है। भारतीय वैज्ञानिकों ने विज्ञान के सिद्धांतों का सही उपयोग कर गुरूत्वाकर्षण बल का लाभ लेते हुए कम लागत में इस मिशन को सफलता तक अंजाम दिया है।
इस मिशन की सफलता ने विश्व में भारत के नये कीर्तिमान को चांद के साउथ पोल पर सर्वप्रथम पहुंचकर दर्ज किया है। चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 से भारत ने साबित किया कि, हर रात्रि का सबेरा जरूर होता है। प्रेम ने चंद्रयान-3 उत्सव भी आयोजित किया था, जिसके अंतर्गत उन्होंने कई विद्यार्थियों को इस मिशन से संबंधित लगातार जागरूकता भी फैलाते आ रहे हैं जिससे भविष्य में बच्चे इन क्षेत्रों में रूचि रखे और अंतरिक्ष-विज्ञान प्रगति करे।