
लखनऊ: विगत दिनों लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में हुई किसानों की हिंसा के मामले को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार हमलावर हैं। आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद प्रियंका अब उनके पिता गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी पर अड़ गई हैं। प्रियंका गांधी ने इस मामले को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को घेरा है। राहुल गांधी ने भी इसी मामले को लेकर भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
मंत्री का बेटा किसानों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार
क्या अब भी मंत्री को अपने पद पर बने रहने का है अधिकार?
निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए केंद्रीय गृह मंत्री की बर्खास्तगी जरूरी है। @narendramodi जी अपने मंत्री को संरक्षण देना बंद करिए।#KisanKoNyayDo pic.twitter.com/ihq30F3z4D
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 11, 2021
आपको बता दें कि, लखीमपुर खीरी के तिकुनिया हिंसा मामले में प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिये पूछा है कि, जब मंत्री का बेटा किसानों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार है, तो मंत्री को पद पर बने रहने का अधिकार है? प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि, निष्पक्ष जांच के लिए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री की बर्खास्तगी जरूरी है। प्रियंका ने प्रधानमंत्री को ट्वीट पर टैग करते हुए लिखा कि, अपने मंत्री को संरक्षण देना बंद करिये।
वहीं राहुल गांधी ने लिखा कि, इस मंत्री को बर्खास्त न करके भाजपा न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है। केंद्र सरकार न तो किसानों की परवाह करती है, और न ही हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की।
इस मंत्री को बर्खास्त ना करके भाजपा न्याय की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है।
केंद्र सरकार ना तो किसानों की परवाह करती है, ना ही हत्या के शिकार भाजपा कार्यकर्ताओं की।#KisanKoNyayDo
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 11, 2021
इससे पहले प्रियंका गांधी ने गृहराज्यमंत्री की बर्खास्तगी की मांग करते हुए लखनऊ में मौन व्रत शुरू कर दिया है। प्रियंका के साथ ही लखनऊ में कई बड़े नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी यहां पर धरना दिया। लखनऊ के साथ साथ यूपी के सभी जिलों समेत देश के अलग अलग हिस्सों में भी कांग्रेसियों ने राजभवन के सामने धरना दिया। सभी ने लखीमपुर कांड में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा मांगा है।
आपको यह भी बता दें कि, 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुए बवाल में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि, गृहराज्यमंत्री के बयान के बाद मामले की शुरुआत हुई थी। किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया, तो मंत्री की थार जीप से किसानों को रौंद दिया गया। इसी के बाद बवाल हुआ था।