
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: “एसके इंडिया न्यूज़” और “प्रज्ञांश” में डीह डिवाई नहर के किनारे पर बनी डामरीकृत सड़क के दोनों ओर भयंकर झाड़ियों के होने से हो रही जनसमस्याओं की खबर छपने के बाद बड़े अधिकारी भले ही ना चेते हो लेकिन जहां-जहां झाड़ियां हैं वहां के ग्राम प्रधानों ने इस भीषण समस्या को हल करने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मुरैनी गांव के प्रधान प्रतिनिधि रणविजय सिंह ने मौके पर जाकर अपनी उपस्थिति में काफी झाड़ झंखाड़ कटवा कर सड़क को आवागमन के लिए दुरुस्त कर दिया है।
आपको बता दें कि, डीह डिवाई नहर की पटरी पर दोनों और जंगली बबूल के पेड़ उग आए थे, जिससे पेड़ों के बड़े होने पर दोनों ओर से पेड़ की शाखाएं झुक कर सड़क अवरुद्ध कर लिया था, जिसके चलते राहगीरों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ता था, पहली बार वाहन चलाकर यहां से गुजरने वाले लोग जो घटना के शिकार हो गए थे और स्थानीय ग्रामीणों ने नहर विभाग के अधिकारियों से कई बार इस मुद्दे को उठाया। हर बार उन्हें कोरा आश्वासन मिला।
ग्रामीणों ने यह बात प्रज्ञांश न्यूज़ और एसके इंडिया न्यूज़ के प्रतिनिधि को पूरी बात बताई। “प्रज्ञांश” और एसके इंडिया न्यूज़ के प्रतिनिधि ने मौके पर जाकर देखा तो वह भी हतप्रभ रह गए, और आकर उन्होंने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
इस समस्या का मुरैनी ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रणविजय सिंह ने संज्ञान लेकर मजदूर लगाकर लगभग 2 किलोमीटर तक की झाड़ झंकार साफ करा दिया है, इससे पहले भी श्री सिंह जंगली बबूल की झाड़ियां को मजदूर लगाकर साफ करवाया था। रणविजय सिंह ने कहा कि, लगातार वह इस समस्या पर नजर बनाए रहेंगे और झाड़ झंखाड़ को साफ करा कर मुरैनी ग्राम सभा के क्षेत्र में की सीमा में आने वाले रोड को साफ सुथरा रखा जाएगा।
इसके अलावा रणविजय सिंह ने खेरवा मजरे मुरैनी में आंगनबाड़ी केंद्र जो लगभग कई वर्षों से जंगली बाबुल की झाड़ के चलते रास्ते के अभाव में बंद पड़ा था, प्रधान प्रतिनिधि द्वारा अपने व्यक्तिगत खर्चे से तत्काल प्रभाव से सड़क से लेकर आंगनबाड़ी तक रास्ता बनवा दिया है। जिससे आंगनबाड़ी केंद्र जो दूसरे स्थान पर चलता था, अब वह अपने भवन में संचालित होने लगा है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रणविजय सिंह ने बताया कि, उन्होंने मुरैनी ग्राम सभा की सीमा में आने वाली यशवंतपुर जाने वाली सड़क और माइनर पर उगी झाड़ियों को मजदूर लगाकर साफ करवा रहे हैं। ताकि राहगीरों को आने वाली समस्याओं से निजात मिल सके।