
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: वाह री थुलेंडी चौकी की पुलिस, असंभव को संभव करने में समर्थ है। न तो उसे उच्चाधिकारियों का भय है, और ना ही भगवान का। ऐसी मिसाल पेश की है जिसमें गाड़ी चलाने वाले को नामजद न करके गाड़ी के मालिक को अभियुक्त बनाने के लिए थुलेंडी चौकी इंचार्ज शिव बाबू जोर-शोर से जुट गए है। मामले की चर्चा पूरे क्षेत्र में है।
आपको बता दें कि, पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में मझगांव जमुरावां गांव के रहने वाले मुमताज अली पुत्र मोहम्मद सलीम का आरोप है कि, असनी गांव का रहने वाला मनीष कुमार जो उनके परिवार से काफी परिचित था उसने 23 जुलाई की सुबह हमारे घर आकर दिनांक 23 जुलाई 2023 को मोटरसाइकिल संख्या यूपी 33 बीएम 00166 मांग कर ले गया, और यह मोटरसाइकिल थुलेंडी चौकी के पास सामने से आ रहे एक साइकिल सवार से टकरा गया। जिसमें साइकिल सवार लाल बहादुर को गंभीर चोटें आई इसके साथ साथ मनीष कुमार को भी चेहरे सहित शरीर के अन्य भागों में चोटे आई हैं।
शिकायतकर्ता का कहना है कि, जिस समय दुर्घटना हुई चौकी इंचार्ज थुलेंडी वहां मौजूद थे, उन्होंने घायल लाल बहादुर को अस्पताल भिजवाया, तथा मनीष के चेहरे पर आई चोटों की फोटो मोबाइल में खींची, और गाड़ी का नंबर आदि नोट कर लिया। उधर इलाज के दौरान लाल बहादुर की मृत्यु हो गई।
अब प्रार्थी को पता चला है कि, चौकी थेलेंडी की पुलिस विवेचना के दौरान गाड़ी मालिक को मुलजिम बना रही है, साथ में वास्तविक दुर्घटना करने वाले मनीष कुमार से सांठ-गांठ कर पूरे मामले में मोटरसाइकिल मालिक को फंसाने में जुटी है।
मोटरसाइकिल मालिक मुमताज अली ने पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी से गुहार लगाई है कि, मामले की जांच किसी और थाने से कराई जाए, उसे थुलेंडी पुलिस के बर्ताव पर शंका है।