
सार……..
⭕ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 40 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है। क्योंकि इन जिलों में अभी तक बारिश की एक बूंद तक नहीं गिरी है। इसके चलते किसान अबकी बार फसल से वंचित रह गए हैं।
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के आधे से ज्यादा जिलों में मानसून के इस मौसम में अभी तक औसत से कम बारिश हुई है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ की ओर से उपलब्ध कराए गए ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
आपको बता दें कि, आंकड़ों के मुताबिक, मानसून की शुरुआत के बाद जून के पहले सप्ताह से 28 जुलाई तक उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 40 में औसत से कम बारिश हुई है। इन जिलों में से ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं।
आंकड़ों के अनुसार, कौशांबी, कुशीनगर और देवरिया में लंबी अवधि के औसत की तुलना में लगभग 70 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। वहीं, संत कबीर नगर, पीलीभीत, मिर्जापुर, श्रावस्ती, चंदौली, बस्ती और कुछ अन्य जिलों में लंबी अवधि के औसत से बहुत कम बारिश हुई है।
बारिश की कमी से धान और मक्के की रोपाई की तैयारी कर रहे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि, मेन्थॉल एक और फसल है, जिसे कम बारिश के कारण नुकसान होने की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के इस मौसम में उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है, जबकि 17 जिलों में इस अवधि में औसत से अधिक पानी बरसा है।
जुलाई में जिलों में अभी तक हुई बारिश (मिमी में)
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कानपुर -253.1
कानपुर देहात -183.8
इटावा -287.8
हरदोई -257.3
फतेहपुर -240.2
उन्नाव -229.7
लखनऊ -260.2
कन्नौज -564.4