
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय जमुरावां में बच्चों द्वारा बैलगाड़ी (बुग्गी) पर सामान लादे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो प्रमुख समाचार पत्रों एसके इंडिया न्यूज़ डिजिटल ने प्रमुखता से छापा। खबर छपते ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मामले में एसडीआई महराजगंज राम मिलन यादव ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका से 2 दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। चर्चा है कि, विगत दिनों की तरह शिक्षा विभाग के अधिकारी कठोर कार्यवाही ना करके मामले की लीपापोती में जुट गए हैं।
आपको बता दें कि, महराजगंज ब्लॉक के जमुरावां गांव में बने कंपोजिट विद्यालय में बुग्गी में सामान लादने का काम बच्चों द्वारा कराया जा रहा था। इसका किसी ने वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर रविवार को वायरल किया गया। इसकी जानकारी होते ही खलबली मच गई।
इस वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर एसके इंडिया न्यूज़ डिजिटल वेबसाइट और यूट्यूब (SK India news) पर प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर चलते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। इस संबंध में अग्रिम कार्यवाही की जानकारी क्या हुई यह जानने पर, विभाग के एसडीआई राम मिलन यादव ने टेलीफोन वार्ता में बताया कि, मामले में इंचार्ज प्रधानाध्यापिका को 2 दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने की कार्यवाही की गई है।
इसके अलावा लोगों का मानना है कि, यह वीडियो दो शिक्षिकाओं के मध्य आपसी रंजिश के चलते सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है।
चर्चा इस बात की भी है कि, खुलेआम बच्चों से सामान ढुलाई करवा कर बैलगाड़ी (बुग्गी) पर लादा जाना क्या अपराध नहीं है, यदि अपराध है तो इसमें मुख्य रूप से कौन दोषी है। वैसे लोगों का मानना है कि, जिस प्रकार एसडीआई ने महज स्पष्टीकरण मांग कर हल्की कार्यवाही की है, उससे मामला स्पष्टीकरण देने के बाद रफा-दफा कर दिया जाएगा।
लोगों में यह भी चर्चा है कि, विगत दिनों एसडीआई महराजगंज द्वारा विभिन्न विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले शिक्षकों के विरुद्ध कोई ऐसी ठोस कार्यवाही नहीं हुई थी। इस मामले में भी क्या होगा, यह देखने का विषय होगा।