
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक उ0प्र0 लखनऊ के आदेश के क्रम में शिक्षा संकुल की क्षमता संवर्धन हेतु जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
आपको बता दें कि, जिलाधिकारी द्वारा कार्यशाला में उपस्थित समस्त संकुल शिक्षकों का अभिनंदन करते हुए नई शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत स्कूली शिक्षा कार्यक्रम समग्र शिक्षा पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी। जिलाधिकारी द्वार निपुण भारत मिशन के मुख्य उद्देश्य के अंतर्गत छात्रों में आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान को विकसित करने पर जोर दिया गया। कार्यशाला में आये प्रतिभागियों द्वारा रखी गयी जिज्ञासाओं एवं समस्याओं पर जिलाधिकारी द्वारा उसका समाधान बताया गया।
डायट के उप शिक्षा निदेशक डॉ० चंद्रशेखर मालवीय द्वारा कक्षा के भीतर की गतिविधियों को अधिक सहज और प्रभावशाली बनाने की बात कही गयी। उन्होंने कहा कि, हम सभी का उद्देश्य यह होना चाहिए कि हर छात्र, हर घर, हर अभिभावक तक निपुण लक्ष्य की संकल्पना पहुचे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जनपद के समस्त ए0आर0पी0 द्वारा गोद लिए गए 10-10 विद्यालयों एवं समस्त संकुल शिक्षक को निर्धारित समयावधि दिसंबर 2023 तक इन विद्यालयों को प्रत्येक दशा में समर्पित भाव से निपुण विद्यालय घोषित करने की बात कही गयी।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिलाधिकारी द्वारा कार्यशाला में आये हुए समस्त प्रतिभागियों को ‘‘हमारा लक्ष्य बेहतर शिक्षा-उन्नत भविष्य’’ के क्रम में अपने ब्लॉक एवं जनपद के साथ-साथ प्रदेश को निपुण प्रदेश के रूप में विकसित करने की शपथ दिलाई गयी।
कार्यशाला के प्रथम चक्र में अमावा, बछरावां, डलमऊ और डीह विकास क्षेत्र के 182 संकुल शिक्षकों को जिला समन्वयक, एसआर एआरपी, एवं स्कूल शिक्षक द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यशाला का द्वितीय चरण 22 जुलाई 2023, तृतीय चरण 24 जुलाई 2023 एवं चतुर्थ चरण 25 जुलाई 2023 को आयोजित होगा।