
ब्यूरो रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी: तिकुनिया हिंसा मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों से पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। आईजी लक्ष्मी सिंह के अनुसार हत्या में तीन लोगों की भूमिका को चिह्नित किया गया है। दुर्भाग्य से तीनों की मौत हो चुकी है, जिससे उनकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी।
आपको बता दें कि, आईजी ने बताया कि, मुख्य अभियुक्त आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है, लेकिन आशीष को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। पुलिस लाइंस में मीडिया से बातचीत में आईजी लक्ष्मी सिंह ने जिन दो लोगों से पूछताछ करने की बात कही है, उसमें एक लवकुश गृह राज्यमंत्री के गांव बनवीरपुर का रहने वाला है। दूसरा युवक आशीष पांडेय भी लवकुश का साथी है। इन दोनों के नाम तीन अक्तूबर को घटना में मारे गए शुभम मिश्रा के पिता विजय मिश्रा की ओर से तिकुनिया पुलिस को दी तहरीर में शामिल किए गए थे, जिसमें बताया गया है कि, लवकुश और आशीष पांडेय घटनास्थल पर मौजूद थे। जब कुछ किसान लाठी और तलवार से शुभम और हरिओम को मार रहे थे। इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की है, जिनसे मिले तथ्यों के आधार पर आईजी लक्ष्मी सिंह ने किसानों की मौत के दोषियों की भूमिका चिह्नित करने का दावा किया है।
आईजी ने बताया कि, चिह्नित तीनों लोगों की मौत हो चुकी है। तीनों के नाम पूछे जाने पर उन्होंने जांच जारी होने की बात कहकर नामों का खुलासा अभी नहीं किया है। घटना में कुल आठ लोगों की मौत हुई, जिसमें चार किसान, एक पत्रकार, एक ड्राइवर और दो भाजपा कार्यकर्ता हैं।
उधर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आईजी ने जिन तीन लोगों की भूमिका चिह्नित करने की बात कही है, उसमें शुभम मिश्रा, श्याम सुंदर और हरिओम मिश्रा के नाम शामिल हो सकते हैं। वहीं मुख्य अभियुक्त आशीष मिश्रा मोनू की गिरफ्तारी नहीं होने के सवाल पर आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि, किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। आशीष मिश्रा मोनू को पूछताछ के लिए समन जारी किया है, और पर्यवेक्षण समिति के समक्ष उपस्थित होकर बयान दर्ज कराएंगे।
उधर शाम को एडीजी लॉ एंड ऑडर्र प्रशांत कुमार ने हिरासत में लिए लवकुश और आशीष पांडेय की गिरफ्तारी की पुष्टि की। बृहस्पतिवार की शाम को पुलिस ने आशीष मिश्रा मोनू की गिरफ्तारी के लिए उनके घर समेत संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। हालांकि पुलिस को कामयाबी नहीं मिली है।