
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: नगर पंचायत महराजगंज की अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा ने सभासदों तथा उनके प्रतिनिधियों द्वारा जारी किए गए टेंडरों की प्रति मांगने के मामले में ईओ द्वारा प्रति देने से इनकार किए जाने को लेकर चल रहा मामला आज दूसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि मामले में मंगलवार को नगर पंचायत अध्यक्षा सरला साहू और उनके पति व प्रतिनिधि प्रभात साहू के मान-मनव्वल के बाद सभासद मान गए थे, लेकिन बुधवार को मामले में तब अचानक नया मोड़ आया, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा सभासदों और उनके प्रतिनिधियों ने सिर मुड़वा कर पहले तो महराजगंज कस्बे की सड़कों पर ईओ हटाओ महराजगंज बचाओ के नारे लगाए, फिर नगर पंचायत परिसर में जाकर धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे लोगों को एक बार फिर प्रभात साहू ने समझाने की कोशिश की यहां तक कि, उप जिलाधिकारी ने भी उनसे संपर्क किया लेकिन धरने पर बैठे लोग टस से मस नहीं हुए हैं।
आपको बता दें कि, बतौर ईओ अर्पणा मिश्रा का यह पहला कार्यकाल है। कुछ सभासदों ने टैक्सी स्टैंड की नीलामी प्रक्रिया में नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी द्वारा जारी की गई टेंडर प्रक्रिया में टेंडरों की प्रतिलिप चाही। जिस पर ईओ ने यह कहकर कि, टेंडर की प्रतिलिपि आपको नहीं दी जा सकती। इस पर सभासद और उनके प्रतिनिधि हत्थे से उखड़ गए, और ईओ का विरोध शुरू कर दिया। मंगलवार को भी सभासद रामकुमार यादव, नूरूल हसन, जमुना प्रसाद, विनीत वैश्य तथा सभासद ऊषा त्रिपाठी के पुत्र अमित त्रिपाठी आदि ने जमकर हंगामा किया था, और अपनी मांगों का पुरजोर समर्थन किया था। लेकिन इसकी सूचना जैसे ही नगर पंचायत अध्यक्षा सरला साहू के पति और प्रतिनिधि प्रभात साहू को लगी वे नगर पंचायत परिसर पहुंच गए और धरने पर बैठे सभासद व उनके प्रतिनिधियों को समझा-बुझाकर धरना खत्म कराया था।
सभासदों का आरोप था कि, ईओ ने दुत्कार कर उन्हें अपने कक्ष से बाहर कर दिया था, मामला समाप्त होने के बाद बुधवार को एक नया नजारा देखने को मिला। जबकि सभासद रामकुमार यादव, नूरुल हसन, जमुना प्रसाद, विनीत वैश्य, अमित त्रिपाठी की अगुवाई में महराजगंज बछरावां रोड पर समर्थकों के साथ मूड़ मुड़वा कर धरने पर बैठ गए।
इस पर ईओ अपर्णा मिश्रा ने उनको समझाने बुझाने की कोशिश की, लेकिन सभासद टेंडर प्रक्रिया की प्रतिलिपि मांगने पर अड़े रहे, अंततोगत्वा चेयरमैन प्रतिनिधि प्रभात साहू के कहने पर ईओ ने टेंडर की प्रतिलिपि भी दे दी, किंतु धरना प्रदर्शन का सिलसिला चलता रहा।
आज प्रभात साहू ने उन्हें समझाने बुझाने की कोशिश की, किंतु वह असफल रहे। सूचना मिलने पर उप जिलाधिकारी रजित राम गुप्ता भी नगर पंचायत परिसर पहुंचे, सूचना मिली है कि, उन्होंने भी धरने पर बैठे सभासद और उनके प्रतिनिधियों को समझा-बुझाकर धरना खत्म कराने का प्रयास किया, लेकिन सिर मुड़वा कर धरने पर बैठे सभासद और उनके प्रतिनिधि नहीं माने।
उधर मामले में अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा का कहना है कि, इस मामले को बेवजह तूल देकर बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है। जबकि वह सरकार के नियमानुसार कार्य कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, उन्हें पता चला था कि, नगर पंचायत परिसर में कुछ लोग देर रात बैठकर शराब पीते हैं, तथा यहां पर अनर्गल कार्य होते हैं। इस पर उन्होंने नगर पंचायत कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। जिससे कुछ लोग उनसे नाराज हैं। क्योंकि उनका उठना बैठना बंद हो गया है।
दूसरी बात उन्होंने यह भी बताई कि, सरकार के नियमानुसार जो निर्वाचित सदस्य है वह ही कार्यवाही में भाग ले सकते हैं। उनकी जगह उनके प्रतिनिधि के रूप में भाग लेने वाले लोगों का प्रवेश उन्होंने प्रतिबंधित कर दिया। इसीलिए इस प्रकार के ड्रामे रचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि, टेंडर प्रक्रिया की जो भी नकल चाहता है वह आरटीआई के द्वारा नकल ले सकता है। उन्होंने सारे विवाद को राजनीति से प्रेरित बताया।