
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराने के लिए 10 से 28 अगस्त 2023 तक सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान चलाया जाएगा। जिसके तहत लोगों को आइवरमेक्टिन, डाईइथाइल कार्बामजीन और एल्बेन्डाजोल (आईडीए) खिलाई जाएगी।
आपको बता दें कि, इसी क्रम में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान एवं सहयोगी संस्था पाथ, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) एवं प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) के सहयोग से एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण में फाइलेरिया इंस्पेक्टर अरुण ने बताया कि, 10 अगस्त से लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी। आप लोगों को यह सुनिश्चित करना है कि, कोई भी इस दवा के सेवन से छूटा न रह जाए। 17 जुलाई से शुरू होने वाले दस्तक अभियान में आपको बहुत ही ध्यान से काम करना है। आपको लाइन लिस्टिंग करनी है। कोई भी व्यक्ति या कोई भी परिवार इससे छूटा न रह जाए।
उन्होंने कहा कि, इस बात का विशेष ध्यान रखें कि, सभी को दवा अपने सामने खिलाएं। कोई भी कितना भी बहाना क्यों न बनाये, लेकिन उसे बाद में दवा खाने के लिए न दें। इस बात को सुनिश्चित करें कि, कोई भी व्यक्ति खाली पेट न खाए। एक साल से कम आयु के बच्चे, गर्भवती और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को छोड़कर सभी को दवा खानी है। एक से दो साल की आयु के बच्चे को एल्बेन्डाजोल की आधी गोली खिलाई जाएगी।
पाथ से रीजनल कोऑर्डिनेटर डॉ पूजा ने बताया कि, यह फाइलेरिया को हाथी पाँव भी कहते हैं, मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है इसका कोई इलाज नहीं है। आप लोगों को मच्छरजनित परिस्थितियों उत्पन्न न करने के लिए भी जागरूक करें। पूजा धुले ने अभियान के तहत आशाओं को दस्तावेजीकरण के बारे में भी जानकारी दी। इस मौके पर दो एएनएम और 23 आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
इसी क्रम में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर देवानंदपुर व किला बाजार में एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर विनय पांडेय ने बताया कि, दवा का सेवन अपने सामने ही करवाना है दवा देकर नहीं आना है और ऐसे समय से लोगों के घर में पहुंचे जिसमें लोग खाना खा चुके हो, खाली पेट न हो, ताकि आप उन्हें अपने सामने दवा का सेवन करवा सकें। किला बाजार में नगरीय पीएचसी में 23 आशा और दो एएनएम और देवानंदपुर पीएचसी पर 21 आशा बहुएं और दो एएनएम सहित बायोलॉजिस्ट रामकेश मिश्रा आदि उपस्थित रहे।