
सार……..
⭕ श्री मद्भागवत ज्ञान यज्ञ में सती चरित्र, ध्रुव चरित्र व कपिल अवतार के प्रसंगों की कथा सुनाई।
विस्तार……
रजनीकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: महराजगंज इन्हौना रोड पर मोन गांव में स्थित महर्षि बाबा ओरीदास तपोस्थली प्रांगण में आयोजित श्री मद्भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार की सुबह हवन यज्ञ किया गया। हवन यज्ञ में आहूतियां देकर यजमानों ने विश्व कल्याण की कामना की। कथावाचक पंडित दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि, भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे। वहीं, भगवान कृष्ण कर्म योगी थे। दोनों ही अवतारों ने धर्म की रक्षा करते हुए दुष्टों का नाश किया तथा इंसान को धर्म कर्म के साथ सात्विक जीवन जीने की राह दिखाई।
आपको बता दें कि, रात्रि 8:00 से 11:00 तक होने वाली सप्तम दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का जानकीकुंड आश्रम परियर धाम उन्नाव आए पंडित दिनेश चंद्र शास्त्री द्वारा सती चरित्र, ध्रुव चरित्र व कपिल अवतार के प्रसंगों का वर्णन किया। उपस्थित श्रोताओं को उन्होंने बताया कि, भगवान विष्णु ने पांचवा अवतार कपिल मुनि के रूप में लिया। इनके पिता का नाम महर्षि कर्दम व माता का नाम देवहूति था। शरशय्या पर पड़े हुए भीष्म पितामह के शरीर त्याग के समय वेदज्ञ व्यास आदि ऋषियों के साथ भगवान श्री कपिल मुनि जी भी वहां उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि, भगवान कपिल मुनि जी सांख्य दर्शन के प्रवर्तक हैं। श्री गुरू भगवान कपिल महामुनि जी भागवत धर्म के प्रमुख बारह आचार्यों में से एक हैं। भगवान शिव की अनुमति लिए बिना उमा अपने पिता दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में भाग लेने पहुंच गईं। यज्ञ में भगवान शिव को आमंत्रण और उनका भाग न दिए जाने पर कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दिया।
इस दौरान बृजेंद्र सिंह उर्फ बुल्लू सिंह, शारदा शरण पांडेय, डॉक्टर एमडी पासी भूतपूर्व प्रत्याशी बछरावां विधानसभा भाजपा, शैलेंद्र प्रताप उर्फ राहुल साहू, मनोहर बाबा, अनूप तिवारी उर्फ जीतू महाराज, झब्बू दास, नीलू सेठ, तेज मौर्य, मोहन मौर्य, सागर मौर्य, रामनारायण मौर्या आदि लोग मौजूद रहे।