
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: सहकारिता मंत्रालय द्वारा प्राथमिक सहकारी समितियों को सुदृढ़ीकरण बनाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। जिनमें पैक्स को बहुउद्देशीय बनाने के लिए आदर्श उपविधियों के माध्यम से सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, राष्ट्रीय संघ एवं अन्य हित धारकों से परामर्श के पश्चात तैयार की गई एवं 5 जनवरी 2023 को परिचालित की गई। इससे पैक्स/लैम्प्स की आय के स्रोत बढ़ेंगे और लगभग 25 से अधिक नए क्षेत्र जैसे डेयरी, मत्स्य ,भंडारण इत्यादि में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
आपको बता दें कि, पैक्स के सशक्तिकरण के लिए उसका कंप्यूटरीकरण किया जाएगा। इस पहल से पैक्स की कार्यकुशलता एवं पारदर्शिता बढ़ेगी। प्रत्येक पंचायत/गांव में बहुउद्देशीय डेरीय, मत्स्य सहकारी समिति की स्थापना की जाएगी। साथ ही खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सहकारिता क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी केंद्रीकृत भंडारण योजना का विकास किया जाएगा। ई- सेवाओं की बेहतर पहुंच के लिए कॉमन सेवा केंद्र के रूप में पैक्स भी कॉमन सेवा के रूप में सेवा दे सकेगी। पैक्स के द्वारा नए किसान उत्पादन संगठन का गठन किया जाएगा। एलपीजी वितरण के लिए पैक्स को पात्र बनाने के लिए नियम में बदलाव किए जा रहे हैं।
पेट्रोल लीडरशिप के लिए पैक्स को प्राथमिकता दी जाएगी। पैक्स के माध्यम से जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। साथ ही उर्वरक वितरण केंद्र के रूप में भी टैक्स को विकसित किया जाएगा।