
रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: महराजगंज कोतवाली के चौकी थुलवांसा क्षेत्र के थुलवांसा गांव में मंदिर के पुजारी का नलकूप की मोटर ठीक करने के लिए 30 फीट गहरे कुएं में उतरते समय ईंट का पिलर अचानक टूट जाने से पुजारी कुएं में जा गिरे जिससे उनके सिर पर पिलर का एक बड़ा हिस्सा लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के लिए जब तक उन्हे अस्पताल ले जाया जाता, उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आपको बता दें कि, मिली जानकारी के मुताबिक गांव में राधा कृष्ण मंदिर बना हुआ है, जिसमें नहाने धोने और अन्य कार्यों के लिए नलकूप की व्यवस्था है। बताते हैं कि, नलकूप खराब हो गया था। इस पर वहां 8 वर्ष की उम्र से रह रहे गांव निवासी बाबा राम अवध दास (42) समरसेबल की मोटर ठीक करने के लिए रस्सी के सहारे 30 फीट गहरे कुएं में नीचे उतर रहे थे। इसके लिए उन्होंने कुए के ऊपर दो तरफ बने ईंट के खंभों के बीच में पड़ी राड में लगी की गड़ारी से रस्सी बांध रखी थी।
बताते हैं कि, वह आधे कुएं में उतरे ही थे कि, अचानक कुए के दोनों तरफ बने ईंट के पिलर (छूही) रस्सी समेत धड़ाम से टूट कर गिर गई, और खंभे का एक बड़ा हिस्सा पुजारी के सिर पर जा लगा। यह देख आस-पास मौजूद लोग दौड़े और किसी तरह बाबा को घायलावस्था में कुए से बाहर निकाला।
बताते हैं कि, इलाज के लिए जब तक उन्हें ले जाया जाता, उनकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुजारी की हुई असमय मृत्यु पर लोगों में गहरा शोक फैल गया है।