
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: क्षेत्र में विगत दिनों हुई मूसलाधार बारिश के चलते नैय्या नाला में आए उफान के कारण तहसील क्षेत्र के तमाम गांवों में हुए जलभराव तथा फसलों के डूब जाने से किसानों को हुए नुकसान के मामले में प्रशासन द्वारा कोई ठोस राहत कार्य ना किए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया है। इस मामले को लेकर कांगेस महासचिव सुशील पासी के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर एसडीएम कार्यालय के सामने धरना दिया, और चेतावनी दी कि, प्रशासन यदि उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर शीघ्र ही कार्यवाही नहीं करता, तो 4 अक्टूबर से पूरे बछरावां विधानसभा क्षेत्र में जन आंदोलन का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
आपको बता दें कि, तहसील मुख्यालय पर आयोजित एक दिवसीय धरने के कार्यक्रम में बोलते हुए प्रदेश महासचिव सुशील पासी ने आरोप लगाया कि, प्रदेश की सरकार की दिशाहीन नीतियों के चलते प्रशासन भी सोया हुआ है, इसका परिणाम है कि, विगत दिनों हुई मूसलाधार वर्षा से बछरावां विधानसभा के अधिकांश गांव बाढ़ की विभीषिका से पीड़ित है। किसानों के सामने जीविका की समस्या खड़ी हो गई है। क्योंकि बहुत बड़ी तादाद में धान की खड़ी फसलें डूब कर बर्बाद हो चुकी है। अब समस्या यह है कि, आगे किसानों की जीविका कैसे चलेगी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि, प्रशासन द्वारा पूरी तहसील क्षेत्र में किसी भी गांव में बाढ़ राहत के लिए शिविर नहीं लगाए गए हैं। जिससे कई गांव के किसान भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि, लापरवाही यहां तक है की बरसात के चलते गुणवत्ता विहीन बनाई गई सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। आवागमन भी दुरुह हो रहा है। किसान मजदूर का जीना दुश्वार हो गया है। साथ ही साथ सरकार की जन विरोधी नीतियों के चलते किसानों के बिजली के बिलों में बेतहाशा वृद्धि कर दी गई है। सरकार द्वारा खोली गई गौशालाएं लूट और भ्रष्टाचार का जरिया बन गई है।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव ने कहा कि, बार-बार मुद्दा उठाए जाने के बाद महराजगंज से इन्हौना मार्ग की बदहाल व्यवस्था अब तक दुरुस्त नहीं हुई है। इस धरने के माध्यम से उन्होंने चेतावनी दी है कि, बाढ़ ग्रस्त गांवों में राहत शिविर लगाकर फसल बीमा कंपनियों द्वारा जिन किसानों के की फसलें नष्ट हुई हैं, उन्हें बीमा का पैसा दिलाया जाए। महराजगंज इन्हौना सड़क गड्ढा मुक्त कराई जाए, तथा जनता को यह जानकारी दी जाए कि, इस सड़क की मरम्मत पर कितना सरकारी पैसा खर्च हुआ है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि, सरकार द्वारा बेतहाशा बढ़ाए गए बिजली के बिलों को रोककर उनको ठीक कराया जाए। आवारा पशुओं से किसानों को निजात दिलाई जाए, धान खरीद केंद्रों पर अभी से क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाकर प्रत्येक न्याय पंचायत पर धान क्रय केंद्र खोले जाएं, अन्यथा कांग्रेस पार्टी को विवश होकर आगामी 4 अक्टूबर से सड़कों पर उतर कर अपनी मांगे पूरी कराए जाने के जन आंदोलन छेड़ना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
इसके उपरांत कांग्रेसियों ने तहसीलदार अनिल कुमार पाठक को महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। तहसीलदार ने आश्वस्त किया कि, उनका ज्ञापन उचित माध्यम से शासन को भेजा जाएगा।
इस मौके पर कांग्रेसी नेता डॉक्टर विचित्र चौधरी, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष कृपाशंकर शर्मा, कांग्रेसी नेता प्रिंसू वैश्य, कांग्रेस नगर अध्यक्ष इरशाद आलम, मऊ न्याय पंचायत अध्यक्ष दिनेश मिश्रा, कांग्रेसी नेता जैनुलाब्दीन उर्फ लाला मनिहार, कांग्रेसी नेता अर्जुन पासी, भगवानदीन फौजी बल्लू ठेकेदार समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहा।