
शिवाकांत अवस्थी
महराजगंज/रायबरेली: क्षेत्र के अटरा गांव में यहां से स्थानांतरित की गई ग्राम पंचायत अधिकारी को पुनः कार्यभार ग्रहण कराने का मामला तूल पकड़ रहा है। ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया है कि, उनके राजनीतिक विरोधियों की साजिश के तहत पुनः यहां से हटाई गई कर्मचारी को तैनात कर गांव के विकास कार्यों को रोकने की साजिश रची गई है। ग्राम प्रधान ने जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से मांग की है कि, विवादित कर्मचारी को कहीं अन्यत्र तैनात कर यहां का कार्यभार किसी भी अन्य ग्राम पंचायत अधिकारी को सौंपा जाए, अन्यथा विकास का पहिया ठप हो जाएगा।
आपको बता दें कि, गांव के नवनिर्वाचित प्रधान सुखनंदन का कहना है कि, उनके यहां तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी पिछले ग्राम प्रधान द्वारा तैनात कराई गई थी, चुनाव जीतने के बाद जबकि जनता ने सुखना नंदन को प्रधानी का जनादेश दिया है, लेकिन ग्राम पंचायत अधिकारी उनका कोई सहयोग नहीं कर रही हैं। उल्टे विकास कार्यों में अड़ंगा डालती रहती हैं। यह सब उनके राजनीतिक विरोधियों के इशारे पर किया जा रहा है।
ग्राम प्रधान का यह भी कहना है कि, उनके अनुरोध पर उच्चाधिकारियों ने यहां तैनात रही ग्राम पंचायत अधिकारी को यहां से हटा दिया था, उनकी जगह नए ग्राम पंचायत अधिकारी की नियुक्ति भी कर दी गई थी, लेकिन सियासी दांवपेच करके उक्त महिला ग्राम पंचायत अधिकारी ने पुनः गांव का चार्ज ले लिया है, और प्रधान के विरुद्ध माहौल बनाना शुरू कर दिया है। जिससे गांव में विकास कार्य कराने में बाधा आ रही है। ग्राम प्रधान ने जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से अनुरोध किया है कि, विवादित हो चुकी ग्राम पंचायत अधिकारी को तत्काल यहां से हटाकर किसी भी अन्य ग्राम पंचायत अधिकारी को यहां का चार्ज दिलाया जाए, ताकि सरकार के निर्देश पर विकास कार्य संचालित हो सके।