
जोगेंद्र सिंह
बाराबंकी: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश सिंह टिकैत ने हरख में आयोजित महापंचायत के दौरान एसके इंडिया न्यूज़ से बातचीत में कहा कि, सरकार अपनी जिद छोड़े क्यों कि, जनता को परेशान करने से कुछ हासिल नहीं होगा। जनता ही उसकी जान है। उन्होंने कृषि कानूनों को समाप्त करने की मांग के सवाल पर कहा कि, यह मेरी मांग नहीं मेरा हक है। कृषि सुधार कानूनों के नाम पर किसानों को बर्बाद करने की कोशिश है।
आपको बता दें कि, चौधरी नरेश सिंह टिकैत ने कहा कि, प्रधानमंत्री किसानों के इतने ही हितैषी होते तो तीन माह से आंदोलन न चल रहा होता। सवा दो सौ किसान शहीद न होते। उन्होंने कहा कि, किसानों को खालिस्तानी, पाकिस्तानी आतंकवादी बताकर प्रधानमंत्री अपनी गरिमा न खोवें। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की किसानों के प्रति भूमिका पर उन्होंने कहा कि, अभी उत्तर प्रदेश को हमने बाहर रखा है। कृषि सुधार कानूनों को समाप्त करने का मामला दिल्ली सरकार का है।
यूपी बजट में आत्मनिर्भर किसान योजना शुरू किए जाने के सवाल पर भाकियू राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि, योजना बनाने ज्यादा उसके क्रियान्वयन पर ध्यान देना जरूरी होता है। इस योजना में क्या है कि, अभी कुछ बताया नहीं गया है। उन्होंने कहा कि, अभी आंदोलन चलेगा। यूपी में आज बाराबंकी के हरख से व आगरा में भी पंचायत हो रही है। अन्य जिलों में भी पंचायतें होंगी। कृषि सुधार कानूनों को समाप्त करने के लिए आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छे राजा व शासक की तरह बात करें, हम बातचीत से पीछे नहीं है। उन्होंने मीडिया पर भी सवाल खड़े किए है। टीवी चैनल का नाम लेते हुए कहा कि, हमारी जो सच्चाई है उसे दिखाया जाए। एकतरफा रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए। देर शाम तक महापंचायत जारी है।
इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत को लड्डुओं से तौला गया है। युवा कार्यकर्ताओ ने अपने वाहन में तिरंगा झंडा भी लगाया है। हर तरफ से कार्यकर्ता धीरे-धीरे आए हैं। मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल, मंडल उपाध्यक्ष अयोध्या, निसार मेहंदी, जिला अध्यक्ष अनिल कुमार वर्मा सहित अन्य पदाधिकारी व्यवस्थाओं में जुटे रहे। जिला अध्यक्ष अनिल वर्मा ने बताया कि, राष्ट्रीय अध्यक्ष को 12 बजे आना था, लेकिन कतिपय कारण करीब 2 बजे आएं। उन्होंने यह भी कहा कि, पंचायत में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ भाकियू का जो आंदोलन चल रहा है, उस पर चर्चा हुई। स्थानीय समस्याओं पर भी चर्चा की गई।
भाकियू की महापंचायत को लेकर प्रशासन सतर्क रहा। हरख में भाकियू का पंचायत स्थल चिनहट लखनऊ से हरख मार्ग पर है। पंचायत स्थल से जिला मुख्यालय की दूरी आठ किलोमीटर व चिनहट लखनऊ से दूरी करीब 20 किलोमीटर है। ऐसे में भाकियू की पंचायत में जुटने वाले कार्यकर्ता अपने नेताओं के आह्वान पर लखनऊ कूच कर सकते हैं ऐसी आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता था। एसडीएम सदर अभय कुमार पांडेय ने बताया कि, पंचायत के दृष्टिगत शांति व सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उधर, मंगलवार को प्रदेश उपाध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा, युवा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी दिगंबर सिंह, जिला संरक्षक उत्तम वर्मा, जिलाध्यक्ष अनिल वर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों ने पूरा दिन रुककर तैयारियां कराई गई हैं। महापंचायत में जनपद के अलावा लखनऊ, सीतापुर, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, सुलतानपुर, अयोध्या, गोंडा व बहराइच सहित आसपास के अन्य जिलों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी आए हैं।